शरीर में ये 5 बदलाव देते हैं विटामिन की कमी के संकेत, जानिए लक्षण

शरीर में ये 5 बदलाव देते हैं विटामिन की कमी के संकेत, जानिए लक्षण

सेहतराग टीम

शरीर स्वस्थ्य रखना है तो रोजाना पौष्टिक आहार जरूरी है। वहीं उस पौष्टिक आहार मे विटामिन रहना जरूरी है क्योंकि विटामिन की कमी से कई तरह के रोग होने का डर रहता है। ऐसी स्थिति में हमें अपने आहार में प्रोटीन युक्त चीजें खानी चाहिए। वैसे हमारे शरीर में अगर प्रोटीन की कमी होती है तो हमारा शरीर किसी ना किसी कारण संकेत दे देता है जैसे कभी बाल झड़ना शुरू हो जाता है तो कभी नाखून टूटने लगते हैं। ऐसे ही कई तरह के संकेत मिलते हैं। तो आज आइए जानते हैं उन संकेतों के बारे में-

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शरीर में विटामिन की कमी के 5 संकेत (5 Signs of vitamin deficiency in body in Hindi):

मुंह में छाले होना

विटामिन और मिनरल की कमी से मुंह में छाले और मुंह के कोनों में घाव उत्पन्न होते हैं। यह शरीर में आयरन और विटामिन बी की कमी के संकेत देते हैं। इससे बचने के लिए आयरन और थायमिन, राइबोफ्लेविन और पाइरिडोक्सिन से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे डेयरी प्रोडक्ट, मीट, फ़िश, हरी पत्तेदार सब्जियां, साबूत अनाज, नट्स आदि को अपनी डाइट में शामिल करें।

डैंड्रफ

सेबोरहाइक डर्मेटाइटिस और डैंड्रफ त्वचा विकारों के एक प्रकार हैं। डैंड्रफ जहां स्कैल्प पर होती है। वहीं, सेबोरहाइक डर्मेटाइटिस चेहरे, ऊपरी छाती, बगल, और कमर के हिस्सों को प्रभावित करता है। यह दोनों ही स्थितियां पोषक तत्वों की कमी वाली डाइट के कारण उभरती है इसलिए डाइट को संतुलित बनाना बेहद जरूरी है।इन समस्याओं से बचने के लिए नियासिन, राइबोफ्लेविन और पाइरिडोक्सिन से भरपूर डाइट खाएं। यह तीनों ही पोषक तत्व आपको सबूत अनाजोंमांस, मछली, अंडे, डेयरी, मीट, फलियां, हरी सब्जियां, स्टार्च वाली सब्जियां, नट, और बीज में मिलेंगे। सीफूड, मीट, फलियां, डेयरी, नट्स और साबुत अनाज सभी जिंक के अच्छे स्रोत हैं इसलिए इन्हें अपनी डाइट में शामिल करना ना भूलें।

मसूड़ों से खून बहना

यह विटामिन सी की कमी का संकेत होता है। विटामिन सी शरीर में घाव भरने, इम्युनिटी बढ़ाने में महत्वपूर्ण रोल निभाता है। यह एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करके सेल डैमेज को भी रोकता है। शरीर में विटामिन सी का निर्माण खुद से नहीं होता है, इसे यह आपकी डाइट के माध्यम से ही मिल सकता है। विटामिन सी  की शरीर में कमी ना हो इसके लिए आपको डाइट में ताजे फल और सब्जियां जरूर लेनी चाहिए। कई लोग डाइट में फल और सब्जियां ना लेकर जंक फूड खाते हैं जिससे विटामिन सी की कमी हो जाती है। शरीर में लंबे समय तक इसकी कमी से मसूड़ों से खून आने के अलावा दांत टूटना, इम्युन सिस्टम, मासपेशियों और हड्डियों का कमजोर होना जैसी समस्या उभरने लगती है और शरीर में थकान हो जाती है। 

बालों और नाखून का टूटना

कई कारणों से बाल और नाखून टूटते हैं जिनमें एक कारण बायोटिन की कमी भी है। बायोटिन, जिसे विटामिन बी 7 के रूप में भी जाना जाता है, शरीर को भोजन को ऊर्जा में बदलने में मदद करता है। बायोटिन की कमी बाल टूटे और पतले होते हैं और नाखून भी टूटना शुरू हो जाते हैं। इस संकेत से आप विटामिन की कमी को साफ समझ सकते हैं। इसके अलावा बायोटिन की कमी के अन्य लक्षणों में थकान, मांसपेशियों में दर्द, ऐंठन और हाथों और पैरों में झुनझुनी शामिल हैं। गर्भवती महिलाओं, धूम्रपान करने वालों और पाचन संबंधी बीमारियों से जूझने वालों में बायोटिन की कमी की संभावना सबसे अधिक रहती है। इससे बचने के लिए डाइट में बायोटिन से भरपूर फूड आइटम्स जैसे अंडा, मीट, फ़िश, डेयरी प्रोडक्ट, पालक, ब्रोकली, पत्ता गोभ, सबूत अनाज और केला शामिल करें जिससे आपको फायदा मिलेगा।

बालों का झड़ना

यह बेहद आम संकेत है। 50 साल की उम्र तक पहुंचते-पहुंचते 50% वयस्कों के ज्यादातर बाल झड़ जाते हैं। इस समस्या को डाइट में निम्न पोषक तत्वों को शामिल करके काफी हद तक काबू में किया जा सकता है।

आयरन: यह मिनरल डीएनए सिंथेसिस में शामिल होता है जिससे बालों का झड़ना रुक सकता है और ग्रोथ भी बढ़ती है।

जिंक: यह मिनरल प्रोटीन सिंथेसिस और सेल डिविजन में सहायक होता है जिससे बालों की ग्रोथ भी बढ़ती है। इसकी कमी से बाल झड़ने लगते हैं।

लिनोलिक एसिड और अल्फा-लिनोलेनिक एसिड: यह बेहद जरूरी फैटी एसिड्स होते हैं जो बालों की ग्रोथ के लिए बेहद जरूरी होते हैं।

नियासिन (विटामिन बी 3): बालों को स्वस्थ रखने के लिए यह विटामिन आवश्यक है।

बायोटिन (विटामिन बी 7): बायोटिन एक और बी विटामिन है जिसकी कमी होने पर बालों के झड़ने से जुड़ी समस्या होती है।

 

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